Odisha Divas 2022:- उड़ीसा राज्य हर वर्ष Odisha Divas काफी हरसों उल्लास के साथ मानते है | इस दिन को उत्कल दिवस के रूप में भी मानते है | इस दिन को उड़ीसा के हर व्यक्ति मानते है चाहे वो देश के किसी भी कोने में क्यों न हो |
इस ब्लॉग में Odisha Divas 2022 से जुड़े सभी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानेंगे | हम जानेंगे की Odisha Divas क्यों मानते है ? Odisha Divas किस दिन मानते है ? Odisha का क्या इतिहास है ? तो चलिय हम जानते है उड़ीसा दिवस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण जानकारी |
Odisha Divas 2022
जैसा की हम सबको पता है हर स्टेट में अलग अलग दिवस होता है इसलीय हमने आज को लेख लिखा है जिसमे हमने Aaj Kaun Sa De Hai में बता चुके है | उड़ीसा दिवस 1 अप्रैल को हर वर्ष मनाया जाता है | इस साल (2022) में शुक्रवार को यह दिवस उड़ीसा राज्य के द्वारा मनाया जाएगा | इस दिन को ओडिसा में झांकी निकाला जाता है | इस दिन को खास बनाने के लिए उड़ीसा के लोगों द्वारा आसमान में पटाखे छोड़ते है |
ताकि लोग इस दिन को खास बनाए और हर वर्ष याद रखें | उड़ीसा के नागरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से उड़ीसा दिवस मानते है | उड़ीसा दिवस का मुख्य उदेश्य है की लोग आपस में एकता बनाए रखें |
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Odisha Divas क्यों मानते है ?
उड़ीसा दिवस उड़ीसा राज्य के स्थापना होने के कारण मनाया जाता है | उड़ीसा पहले बिहार और बंगाल प्रांत का हिस्सा थे | 1 अप्रैल 1936 को उड़ीसा राज्य का स्थापना हुआ था | यह स्थापना ब्रिटिश सरकार द्वारा किया गया था | इस दिन को उत्कल दिवस के रूप में भी जाना जाता है |
इस राज्य का उड़ीसा नाम इसलिय रखा गया क्योंकि यहाँ ज्यादातर लोग उड़िया बोलते है | तो हम कह सकते है की इसका नाम भाषा के आधार पर हुआ है | उड़ीसा बिहार बंगाल झारखंड और आंध्र प्रदेश राज्य से जुड़ा है | इस राज्य में बहूत से तीर्थस्थल है जैसे पूरी | लाखों की संख्या मे लोग यहाँ दर्शन करने के लिय आते है | इसके अलावा सूर्या मंदिर (कोणार्क), लिंगराज मंदिर (भुवनेश्वर), सुंदर पूरी तट जैसे तीर्थ स्थल है |
उड़ीसा राज्य का क्या इतिहास है ?
उड़ीसा का इतिहास बहूत ही पुराना है | 261 ई में सम्राट अशोक ने इस पर कब्जा किया था | 16 वी शताब्दी में बंगाल के नवाब ने इसे अपने अधीन कर लिया था | कुछ समय पश्चात जब अंग्रेज हमारे देश पर शासन करने लगे और उन्होंने 1936 में इसे एक अलग राज्य बना दिया | शुरुआत में कटक को इस राज्य की राजधानी बनाया गया था | 1948 के बाद भुवनेश्वर को इसका राजधानी बना दिया गया |
18वीं शताब्दी के समय मराठों का इस राज्य पर कब्जा था | उसके बाद यह मद्रास प्रसिडेन्सी का हिस्सा बना रहा, जिसे ब्रिटिश चला रहे थे | साल 2011 मे orissa राज्य का नाम बदल कर odisha कर दिया गया |
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Conclusion
इस आर्टिकल में हमने Odisha Divas 2022 के बारे में जाना | इसके अलावा उड़ीसा से जुड़े और भी महत्वपूर्ण जानकारी को हमें जानने की कोशिश की है | इसमे लिखे बातों को आप अपने दोस्तों से शेयर करें | जो बच्चे स्कूल में पढ़ रहे है उनको यह आर्टिकल बहूत मदद करेगी | खास कर जो उड़ीसा में पढ़ रहे होते है | उनको अपने प्रोजेक्ट के लिय इस तरह की जानकारी की जरुरत परेगी |
मुझे उम्मीद है आपको यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा | आप अपनी प्रतिक्रिया हमे comment के माध्यम से दे सकते है |
Q.1 उड़ीसा दिवस कब मनाया जाता है ?
Ans: उड़ीसा दिवस 1 अप्रैल को मनाया जाता है |
Q.2 उत्कल दिवस कब होता है ?
Ans:- उत्कल दिवस 1 अप्रैल को मनाया जाता है |
Q.3 उत्कल दिवस या उड़ीसा दिवस क्यों मानते है ?
Ans:- 1 अप्रैल 1936 को उड़ीसा राज्य का स्थापना होने के कारण उत्कल दिवस या उड़ीसा दिवस मानते है |